नाक का कैंसर, जिसे नेसोफैरीन्जियल कैंसर के नाम से भी जाना जाता है, एक दुर्लभ कैंसर है जो नाक के पीछे गले के ऊपरी हिस्से, नासोफैरिंक्स में विकसित होता है। यह हिस्सा नाक के पिछले हिस्से को गले से जोड़ता है। नाक का कैंसर किसी को भी और कहीं भी हो सकता है, इसलिए भारत के लोगों को इसके कुछ पर्यावरणीय और आनुवंशिक कारकों के संदर्भ में अवश्य जानकारी होनी चाहिए।
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नाक के कैंसर के लक्षण

नाक के कैंसर के लक्षण शुरूआती चरणों में अधिकतर प्रकट नहीं होते, लेकिन जैसे-जैसे ट्यूमर बढ़ता है, वैसे-वैसे लक्षण नज़र आ सकते हैं। नाक के कैंसर के लक्षण इस प्रकार हैं:
१) नकसीर: यह नाक के कैंसर का सबसे आम लक्षण है। हालाँकि नाक से खून आना हमेशा नाक के कैंसर के लक्षण में शामिल नहीं हो सकता है, लेकिन लगातार ऐसा होने पर डॉक्टर से कंसल्ट ज़रूर करें।
२) लगातार नाक बंद रहना: यह नाक के एक तरफ हो सकता है और इस पर ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाओं का भी अक्सर प्रभाव नहीं पड़ता। लगातार नाक बंद रहना भी नाक के कैंसर के लक्षण में से एक है।
३) सुनवाई की हानि: अक्सर सुनवाई की हानि होना और विशेष रूप से एक कान में, नाक के कैंसर के लक्षण में शमिल हो सकता है। कई बार यह टिनिटस के लक्षण भी हो सकते हैं।
४) बार-बार कान में संक्रमण: नाक के कैंसर के लक्षण में बार-बार कान में संक्रमण होना भी सम्मिलित हो सकता है।
५) साइनस क्षेत्रों में दर्द: साइनस क्षेत्रों में लगातार सिरदर्द, दर्द या दबाव रहना भी नाक के कैंसर के लक्षण में से एक लक्षण है।
६) आँखों में समस्याएँ: एक आँख में उभार या दृष्टि का कमज़ोर होना भी नाक के कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।
७) गर्दन में गाँठ या सूजन: बढे हुए लिम्फ नोड्स के कारण गर्दन में सूजन या गाँठ का अनुभव, नाक के कैंसर के लक्षण में शामिल है।
यह संभव है कि उपरोक्त लक्षण साइनसाइटिस या मिडिल ईयर इन्फेक्शन जैसे कम गंभीर स्थितियों से भी संबंधित हो सकते हैं, लेकिन यदि यह लगातार बने रहते हैं तो चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।
नाक के कैंसर के कारण
नाक के कैंसर का कोई स्पष्ट कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन इसके कुछ जोखिम कारक इस प्रकार हैं:
१) आनुवंशिक कारक: कुछ जेनेटिक म्यूटेशन्स और वंशानुगत स्थितियों के कारण नाक के कैंसर का होने का ख़तरा बढ़ सकता है।
२) कुछ रसायनों और कणों के संपर्क में आना: लकड़ी की धूल, फार्मलडिहाइड, कुछ टेक्सटाइल फाइबर और कुछ व्यवसायिक रासायनिक धुएँ के संपर्क में लगातार रहने से भी नाक के कैंसर के होने की अधिक संभावना होती है।
३) तंबाकू और शराब का सेवन: धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन, दोनों ही नाक के कैंसर के प्रमुख जोखिम कारक हैं।
४) कुछ वायरल इन्फेक्शन्स: एप्सटीन-बार वायरस (ईबीवी) जैसे संक्रमण भी नाक के कैंसर के लिए उच्च जोखिम कारकों में शामिल है।
५) अस्वस्थ आहार: कुछ संरक्षित या नमकीन खाद्य पदार्थों(preserved or salty foods) को खाने से भी इस कैंसर के होने का अधिक ख़तरा हो सकता है।
क्या नाक के कैंसर का इलाज संभव है?
नाक के कैंसर का इलाज अवश्य संभव है, लेकिन यदि इसका निदान जल्दी हो जाए। उपचार के विकल्प और परिणाम, कैंसर के चरण और स्थान, रोगी के सम्पूर्ण स्वास्थ्य और उसकी व्यक्तिगत प्राथमिकताओं जैसे कारकों पर पूर्ण रूप से निर्भर करता है। सही उपचार योजना के बारे में जानने के लिए अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से चर्चा करना आवश्यक है।
नाक के कैंसर के लिए उपचार विकल्प(नाक के कैंसर का इलाज)
नाक के कैंसर के उपचार के लिए, सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी के साथ अन्य उपचारों का संयोजन किया जा सकता है।
१) सर्जरी: सर्जरी द्वारा ट्यूमर, आसपास के टिश्यू और कुछ लिम्फ नोड्स को हटाया जा सकता है। कुछ केसेस में, नाक और चेहरे के रिकंस्ट्रक्शन के लिए रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी भी की जा सकती है।
२) रेडिएशन थेरेपी: नाक के कैंसर का इलाज रेडिएशन थेरेपी द्वारा भी किया जाता है। इसमें कैंसर सेल्स को नष्ट करने के लिए उच्च ऊर्जा एक्स-रे या अन्य विकिरण का उपयोग किया जा सकता है। इसका उपयोग अकेले, सर्जरी या कीमोथेरेपी के साथ भी किया जा सकता है।
३) कीमोथेरेपी: कीमोथेरेपी में कैंसर सेल्स को नष्ट करने या विभाजित होने से रोकने के लिए दवाइयों का उपयोग किया जाता है। कीमोथेरेपी का उपयोग नस या मांसपेशियों में इंजेक्ट करके या मौखिक रूप से भी किया जा सकता है। इसका उपयोग अकेले, विकिरण चिकित्सा या सर्जरी के साथ कॉम्बिनेशन में किया जा सकता है।
४) इम्यूनोथेरपी: यह एक नए प्रकार का उपचार है जो कैंसर से लड़ने के लिए शरीर के इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाता है। इस उपचार में, प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने के लिए, शरीर द्वारा या प्रयोगशाला में बनाए गए पदार्थों का उपयोग किया जा सकता है।
५) टार्गेटेड थेरेपी: नाक के कैंसर का इलाज करने के लिए, टार्गेटेड थेरेपी में, स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाए बिना कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने के लिए उन्हें टार्गेट कर उन पर दवाइयों का उपयोग किया जाता है।
६) प्रशामक देखभाल (Palliative Care): इस सहायक देखभाल में, कैंसर रोगियों और उसके परिवार के लोगों को एक बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित करना और रोगी को कैंसर के लक्षणों, अन्य तनाव से राहत प्रदान करने के लिए पूर्ण रूप से प्रयास करना शामिल है।
फॉलो-अप देखभाल
कैंसर के उपचार के बाद फॉलो-अप देखभाल आवश्यक है। इस देखभाल में मुख्य रूप से, डॉक्टर द्वारा कैंसर पुनरावृत्ति की जाँच करना और उपचार से हुए साइड इफेक्ट्स से राहत प्रदान करना शामिल है। इस अनुवर्ती देखभाल में नियमित फिजिकल-टेस्ट्स, मेडिकल चेक-अप्स या दोनों शामिल हो सकते हैं।
नाक के कैंसर की रोकथाम
नाक के कैंसर को रोकना आसानी से तो संभव नहीं है, लेकिन इसके जोखिम को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
१) जोखिम भरे पदार्थों से बचना: यदि आप आपने कार्यस्थल पर, कुछ रसायनों या धूल के संपर्क में अक्सर आते रहते हैं, तो सुरक्षा निर्देशों का पालन और सुरक्षात्मक उपकरणों का उपयोग अवश्य करें।
२) धूम्रपान छोड़ना: तंबाकू के धुएँ में मौजूद कार्सिनोजेन्स से नाक का कैंसर होने का अधिकतर ख़तरा होता है। इसलिए, यदि आप धूम्रपान करते हैं तो यह आदत अवश्य छोड़ दें।
३) शराब का सीमित सेवन: शराब के अत्यधिक सेवन से, नाक के कैंसर के साथ और भी विभिन्न प्रकार के कैंसर होने का जोखिम बढ़ सकता है।
४) स्वस्थ आहार लेना: फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर आहार लेने से इस कैंसर के जोखिम को कम करना संभव है।
५) नियमित चिकित्सा जाँच: नियमित चिकित्सा जाँच से नाक के कैंसर के साथ अन्य कैंसर के शीघ्र निदान में भी मदद मिल सकती है।
निष्कर्ष
नाक का कैंसर एक दुर्लभ कैंसर है, लेकिन इसका जल्दी निदान और इलाज नहीं होने के कारण इसका प्रभाव ख़तरनाक हो सकता है। नाक के कैंसर के लक्षणों, कारणों और उपचार विकल्पों के प्रति जागरूकता रहने से, इसके सफ़ल इलाज में सहायता मिल सकती है। यदि आप या आपका कोई प्रिय, इस कैंसर के लक्षणों को लगातार महसूस कर रहे हैं, तो अतिशीघ्र स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से सलाह लें। याद रखें कि, कैंसर के प्रारंभिक पहचान और शीघ्र उपचार से ही इसका सफ़ल इलाज संभव है। वर्तमान में चिकित्सा विज्ञान में हो रही प्रगति के कारण, नाक के कैंसर से लड़ना और इससे मुक्ति पाना संभव है। हमारा आपसे निवेदन है कि, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और इस कैंसर के विकास को रोकने के लिए प्रयास अवश्य करें।
कैंसर का इलाज अक्सर महंगा हो सकता है। ऐसे मामलों में, इम्पैक्ट गुरु जैसी वेबसाइट पर क्राउडफंडिंग कैंसर के इलाज के लिए धन जुटाने का एक शानदार तरीका हो सकता है।