नाक से खून आना के लक्षण, कारण और इलाज | Nosebleeds In Hindi

अचानक नाक से खून आना अक्सर ड्राई नोज, ठंड और ऑक्सीजन की कमी जैसी स्थितियों से जुड़ा लक्षण मान लिया जाता है, लेकिन कई बार यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। अचानक नाक से खून आना, एपिस्टेक्सिस के लक्षण में भी शामिल हो सकता है। हालाँकि एपिस्टेक्सिस या अचानक नाक से खून आना कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन कई मामलों में यह व्यक्ति के लिए ख़तरनाक रूप ले सकता है। 

इस लेख में, नाक से खून आना किस बीमारी का लक्षण है, बिना खांसी के बलगम में खून आना, नकसीर आने का कारण, नाक और मुंह से ब्लड आना कौन सी बीमारी है, नाक से खून आने के कारणऔर उपाय इन सभी विषयों पर चर्चा की गई है। अगले  भाग हम यह जानने का प्रयास करेंगे कि नाक से खून आना क्या है और अचानक नाक से खून आना किस बीमारी का लक्षण है

नाक से खून आना क्या है और अचानक नाक से खून आना किस बीमारी का लक्षण है?

अचानक नाक से खून आना

यदि इस विषय पर चर्चा करें कि अचानक नाक से खून आना किस बीमारी का लक्षण है, तो यह एपिस्टेक्सिस के लक्षणों में शामिल हो सकता है। यह स्थिति तब उत्पन्न हो सकती है जब नाक में रक्त वाहिकाएँ फट जाती हैं। हालाँकि अचानक नाक से खून आना, एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसके मामले मामूली से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। मामूली मामलों को आसानी से प्रबंधित किया जा सकता है, लेकिन अधिक गंभीर मामलों में, विशेष चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता पड़ सकती है।

नाक से खून बहने को आमतौर पर दो प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है: एंटीरियर नोज ब्लीड और पोस्टीरियर नोज ब्लीड। 

1. एंटीरियर नोज ब्लीड: यह नोज ब्लीड या नाक से खून बहने के सबसे सामान्य प्रकारों में शामिल है। एंटीरियर नोज ब्लीड जैसी समस्या तब उत्पन्न होती है, जब नाक के अंदर की सतह की रक्त वाहिनियाँ (Blood Vessels) फट जाती हैं। इस नोज ब्लीड के कारणों में अक्सर शुष्क हवा, जलन, नाक खुजलाने या नाक के मार्ग में मामूली आघात शामिल हो सकते हैं। एंटीरियर नोज ब्लीड आम तौर पर कम गंभीर होता है और इसे आसानी से प्रबंधित किया जा सकता है।

2. पोस्टीरियर नोज ब्लीड: पोस्टीरियर नोज ब्लीड, नाक से खून बहने के अधिक गंभीर प्रकारों में शामिल है, और यह किसी गंभीर बीमारी, ट्यूमर या अन्य मेडिकल कंडीशंस के कारण हो सकता है। पोस्टीरियर नोज ब्लीड के दौरान नाक की भीतरी और दिमाग से जुड़ने वाली नसें भी प्रभावित हो सकती हैं, जिससे नाक से खून बहुत ज़्यादा बह सकता है। पोस्टीरियर नकसीर जैसी स्थिति, नाक के पिछले हिस्से में रुकावट के कारण उत्पन्न हो सकती। इसमें खून नाक के पिछले हिस्से से नीचे की तरफ बहता है और गले तक जा सकता है। नाक के पिछले हिस्से से खून बहना ख़तरनाक हो सकता है, और ऐसी स्थिति में तत्काल डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता पड़ सकती है। 

अगले भाग में नकसीर आने का कारण क्या-क्या हो सकता है, इसे समझाने का प्रयास किया गया 

अचानक नाक से खून आना अक्सर ड्राई नोज, ठंड और ऑक्सीजन की कमी जैसी स्थितियों से जुड़ा लक्षण मान लिया जाता है, लेकिन कई बार यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। अचानक नाक से खून आना, एपिस्टेक्सिस के लक्षण में भी शामिल हो सकता है। हालाँकि एपिस्टेक्सिस या अचानक नाक से खून आना कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन कई मामलों में यह व्यक्ति के लिए ख़तरनाक रूप ले सकता है। 

इस लेख में, नाक से खून आना किस बीमारी का लक्षण है, बिना खांसी के बलगम में खून आना, नकसीर आने का कारण, नाक और मुंह से ब्लड आना कौन सी बीमारी है, नाक से खून आने के कारण और उपाय इन सभी विषयों पर चर्चा की गई है। अगले  भाग हम यह जानने का प्रयास करेंगे कि नाक से खून आना क्या है और अचानक नाक से खून आना किस बीमारी का लक्षण है। अगले भाग में नकसीर आने का कारण क्या-क्या हो सकता है, इसे समझाने का प्रयास किया गया है।

नकसीर आने का कारण

नकसीर के सामान्य कारणों में शामिल हैं:

1. शुष्क हवा: शुष्क और गर्म घर के अंदर की हवा (Dry and Hot Indoor Air) नाक के मार्ग को शुष्क कर सकती है, जिससे रक्त वाहिकाओं के फटने की संभावना अधिक हो जाती है। 

2. नाक में ऊँगली डालना: नाक के अंदर खुजलाने या नाक में उँगली डालने से रक्त वाहिकाओं को मामूली चोट लग सकती है।

3. जलन: नकसीर आने का कारण जलन हो सकता है। धुएँ, रसायनों या तेज़ गंध जैसे उत्तेजक पदार्थ के संपर्क में आने से भी नाक से खून आ सकता है।

4. एलर्जी: एलर्जी की प्रतिक्रिया से नाक के मार्ग में सूजन और जलन हो सकती है, जिससे नाक से खून आने की संभावना बढ़ जाती है।

5. संक्रमण: सर्दी और साइनोसाइटिस जैसे संक्रमणों के परिणामस्वरूप नाक बंद हो सकती है और नाक से खून आने की संभावना बढ़ सकती है।

6. आघात: नाक पर किसी भी प्रकार का आघात, जैसे चेहरे पर झटका, रक्तस्राव का कारण बन सकता है।

नकसीर का निदान

नकसीर के निदान की प्रक्रिया में, डॉक्टर कारण का पता लगाने के लिए शारीरिक परीक्षा कर सकता है। वह नकसीर से संबन्धित किसी लक्षण की पहचान करने के लिए, नाक की जाँच कर सकता है। इसके अतिरिक्त वह चिकित्सा इतिहास और वर्तमान में ली जानेवाली किसी दवाई के संबंध में पूछताछ कर सकता है। 

नकसीर के नैदानिक परीक्षण में शामिल हो सकते हैं:

1. पूर्ण रक्त गणना (complete blood count): यह एक प्रकार का ब्लड टेस्ट है, इसकी मदद से ब्लड डिसऑर्डर का पता लगाया जा सकता है।

2. पार्शियल थ्रोम्बोप्लास्टिन टाइम (partial thromboplastin time): यह एक प्रकार का रक्त परीक्षण हैजिसमें, रक्त कितने समय में थक्का बन सकता है, इसका पता लगाया जाता है।  

इसके अलावा, नाक का सीटी स्कैन, चेहरे और नाक का एक्स-रे और नाक की एंडोस्कोपी भी की जा सकती है।

नकसीर का प्रबंधन

अधिकांश नकसीर का प्रबंधन घर पर ही किया जा सकता है:

1. रक्त को गले से नीचे बहने से रोकने के लिए सिर को थोड़ा आगे की ओर झुकाया जा सकता है।

2. नाक के हड्डी वाले हिस्से के ठीक नीचे, नाक के छिद्रों को एक साथ दबाकर, लगभग 10-15 मिनट तक रोककर रखा जा सकता है।

3. हवा में नमी बनाए रखने या जोड़ने और शुष्क नाक मार्ग या गला या श्वसन संबंधी समस्याओं, एलर्जी या सर्दी जैसे लक्षणों को कम करने के लिए ह्यूमिडिफायर मशीने का उपयोग किया जा सकता है। ह्यूमिडिफायर एक मशीन है जो एयर में नमी एड करती है, जिसकी ड्राय कंडिशंस में हमें जरूरत होती है। ह्यूमिडिफायर एक हवा को साफ करने की एक मशीन है और इसकी मदद से आस-पास की हवा में मौजूद प्रदूषण और हानिकारक गैसों के तत्वों को ख़त्म किया जा सकता है।

4. नासिका मार्ग या नाक की नली को नम रखने के लिए सेलाइन नेज़ल स्प्रे का उपयोग किया जा सकता है। 

नाक से खून आने के गंभीर मामलों (जैसे 20 मिनट से अधिक समय तक नाक से खून का बहना या चक्कर आना, बेहोशी या साँस लेने में कठिनाई महसूस करना जैसे लक्षण) में तत्काल चिकित्सक से संपर्क करना आवश्यक है।  

अधिकांश नकसीर के मामले मामूली होते हैं और घर पर प्रबंधित किए जा सकते हैं, लेकिन किसी भी अंतर्निहित स्थिति या जटिलताओं का पता लगाने के लिए लगातार या गंभीर नकसीर का मूल्यांकन एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर द्वारा किया जाना चाहिए।अगले भाग में हम बिना खांसी के बलगम में खून आना क्या है, इस पर चर्चा करेंगे।

बिना खांसी के बलगम में खून आना क्या है?

बिना खांसी के बलगम में खून आना, श्वसन तंत्र (Respiratory System) में कुछ गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है। यह एक चिकित्सकीय समस्या है जिस पर तत्काल ध्यान देना आवश्यक होता है। बिना खांसी के बलगम में खून आने के यहाँ विभिन्न संभावित कारण दिए गए हैं:

1. बैक्टीरियल इंफेक्शन: फेफड़ों में बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण बिना खांसी के बलगम में खून आना संभव है। यह स्थिति निमोनिया जैसी बीमारियों के साथ जुड़ी हो सकती है।  

2. फंगल इंफेक्शन: फंगल इन्फेक्शन के कारण भी बिना खांसी के बलगम में खून आना संभव है। कई बार फंगल इंफेक्शन के कारण भी फेफड़ों में इंफेक्शन हो सकता है जिसके परिणामस्वरूप बलगम में खून आ सकता है। 

3. ऑटोइम्यून स्थितियाँ: कुछ ऑटोइम्यून स्थितियाँ, जैसे वेसिकुलर निमोनिया (Vesicular pneumonia) और ग्रनुलोमेटस पॉल्यूरिया (Granulomatous Polyuria), बलगम में खून आने का कारण बन सकती हैं।

4. कैंसर: फेफड़ों में कैंसर के विकसित होने के कारण भी बलगम में खून आ सकता है। 

5. फेफड़ों का बिनाइन सिस्ट (ट्यूमर): अगर फेफड़ों में एक बिनाइन सिस्ट या ट्यूमर है, तब भी बलगम में खून आ सकता है।

6. श्वसन पथ में किसी प्रकार की गंभीर स्थिति: श्वसन पथ में किसी प्रकार की रुकावट या संक्रमण भी खूनी बलगम का कारण बन सकती है।

बिना खांसी के बलगम में खून आना जैसे लक्षण के प्रकट होने पर, तुरंत चिकित्सक की सलाह लेना आवश्यक है। समस्या का जल्दी निदान होने पर, जल्दी उपचार भी संभव है।

बलगम में खून आना क्या है?

बलगम में खून आना एक चिंता का विषय हो सकता है और इसके बहुत से कारण हो सकते हैं। यह लक्षण स्टमक या लंग्स से जुड़े रोगों का संकेत हो सकता है। लगातार खांसी के कारण साँस की नली के ऊपरी भाग पर प्रेशर पड़ सकता है और ब्‍लड वैसल्‍स फटने के कारण खून न‍िकल सकता है। 

बलगम में खून आने जैसा लक्षण हेमोप्टीसिस से भी जुड़ा हो सकता है। हेमोप्टीसिस में झागदार कफ के साथ थोड़ा खून निकल सकता है। यदि खून का रंग काला होता है या उसके साथ भोजन के टुकड़े भी हो तो यह समस्‍या डाइजेस्टिव सिस्टम जुड़ी हो सकती है। सुबह बलगम में खून आने के घरेलू उपचार में, स्वस्थ आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, तम्बाकू और शराब का सेवन छोड़ना इत्यादि शामिल हैं।

नाक और मुंह से ब्लड आना कौन सी बीमारी है?

यदि इस विषय पर चर्चा करें कि नाक और मुंह से ब्लड आना कौन सी बीमारी है, तो यह लक्षण नकसीर जैसी समस्या से भी जुड़े हो सकते हैं। नहालाँकि यह अधिक गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन कई बार गंभीर बीमारी का संकेत हो सकते हैं। मानव के नाक में कई रक्त वाहिकाएँ नाक के आगे और पीछे की सतह के पास स्थित होती हैं। इन रक्त वाहिकाओं के फटने से ही नकसीर जैसी समस्या उत्पन्न हों सकती है।

नाक से खून आने के कारण और उपाय क्या हैं?

नाक से खून आने के कारण और उपाय के विषय में चर्चा करें, तो इसके कारणों में शुष्क हवा, नाक में ऊँगली डालना, जलन, एलर्जी, संक्रमण शामिल हो सकते हैं। इसके उपायों में, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, स्वस्थ आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, धूम्रपान से बचना, तम्बाकू और शराब छोड़ना इत्यादि शामिल हैं।

निष्कर्ष नाक से खून आना कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन कई बार यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत अवश्य हो सकता है। ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर चिकित्सक से अवश्य सलाह लेना चाहिए, ताकि आगे उत्पन्न होनेवाली जटिलताओं से बचा जा सके।  स्वस्थ आहार लेने से, नियमित व्यायाम करने से, धूम्रपान से बचने से, तम्बाकू और शराब छोड़ने से और समय-समय पर चिकित्सक से संपर्क करते रहने से, नोजब्लीडिंग के कारण आगे उत्पन्न होनेवाली बीमारियों से बचा जा सकता है।

वह लोग जो कैंसर के इलाज का खर्च जुटाने में असमर्थ हैं, उनके लिए क्राउडफंडिंग एक बेहतर उपाय हो सकता है।

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