पथरी के प्रकार, लक्षण, कारण और घरेलू उपाय

यूरिन ब्लैडर, किडनी और यूरिनरी ट्रैक्ट में होने वाली पथरी एक ऐसी समस्या है जिसमें पत्थर जैसी संरचना वाले क्रिस्टल मूत्र प्रणाली में जमा हो जाते हैं। इसके चलते पेशाब करते समय दर्द, जलन आदि की शिकायत हो सकती है। पथरी को आसान भाषा में आप तक पहुंचाने के लिए इस लेख को प्रेषित किया गया है। इस लेख में पथरी के प्रकार, पथरी क्या है, पथरी कैसे होती है, किडनी क्या काम करती है, पथरी का दर्द किस साइड में होता है, पथरी के लक्षण क्या है, पथरी के कारण, महिलाओं में पथरी के लक्षण, पथरी के कारण, पथरी के घरेलू उपाय और निष्कर्ष को सम्मिलित कर सरल-सहज भाषा में समझाया गया है।

पथरी क्या है?

Kidney Stone In Hindi

पथरी को अंग्रेजी में किडनी स्टोन कहते हैं। मेडिकल टर्मिनोलॉजी में इसे नेफ्रोलिथियासिस या यूरोलिथियासिस कहते हैं। इसका एक अन्य नाम रिनल कैलकुली भी है। पथरी अपने नाम से स्वयं की स्पष्ट व्याख्या कर रहा है। यूरिनरी ट्रैक्ट अर्थात मूत्र वाहिनी, मूत्राशय और मूत्र मार्ग तथा किडनी में पत्थर के समान संरचना वाले कण का जमा होना जिसके चलते मूत्र त्याग और उससे संबंधित समस्याएं पैदा होने लगती हैं। इस समस्या में पेशाब करते समय दर्द, जलन और मूत्र मार्ग में दर्द आदि के संकेत मरीजों में देखने को मिलते हैं। पथरी कंकड़ जितनी छोटी और पत्थर जितनी बड़ी भी हो सकती है। पथरी शरीर के किसी भी अंग में विकसित हो सकती है लेकिन मूलतः उन अंगों में विकसित होती है जिनका किडनी से सीधा संबंध है। किडनी से संबंधित अंग मूत्र प्रणाली में सम्मिलित होते हैं तथा मूत्र विसर्जन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

किडनी क्या काम करती है?

द्रव्य रुपी विकार अथवा अपशिष्ट को शरीर से बाहर निकालने का काम किडनी का होता है। विभिन्न प्रकार के द्रव्य रुपी अपशिष्ट में से के पेशाब या मूत्र भी है। हालांकि शरीर से मूत्र त्याग जटिल प्रक्रिया द्वारा सफल होता है। किडनी रक्त को साफ करता है। अम्ल और क्षार अर्थात एसिड और बेस के संतुलन को बनाए रखने में किडनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एसिड एंड बेस बैलेंस होने के कारण मानव शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन भी बना रहता है।

पथरी कैसे होती है?

मूत्र या पेशाब में उपस्थित रासायनिक अपशिष्ट का विसर्जन न हो पाने के कारण ये विकार या अपशिष्ट क्रिस्टल में रूपायित हो जाते हैं जिसे पथरी या किडनी स्टोन कहते हैं। इन क्रिस्टल की संरचना पत्थर की तरह कठोर होती है। ये कठोर संरचना वाले क्रिस्टल जिसे पथरी भी कहते हैं, आकार में रेत के दाने बराबर होते हैं। लेकिन गंभीर अवस्था में इनका आकर टेबल टेनिस गेंद जितना भी हो सकता है।

पथरी का दर्द किस साइड में होता है?

पथरी का दर्द पेट के ऊपरी भाग में दाहिनी ओर होता है। मरीजों को पेट के मध्य भाग में भी दर्द की शिकायत हो सकती है। पेट के ऊपरी, मध्य और निचले भाग में होने वाला दर्द शरीर के अन्य भागों में भी स्थानांतरित होता है परिणामस्वरूप पीठ और कमर दर्द की समस्या भी पैदा हो सकती है। अगर कोई पुरुष पथरी की समस्या से परेशान है तो उसे अंडकोष में दर्द की शिकायत हो सकती है। हालंकि अंडकोष में होने वाली असहनीय पीड़ा को पथरी के दर्द के रूप में चिन्हित करना उचित नहीं होगा क्योंकि अंडकोष का दर्द किसी अन्य समस्या के कारण भी हो सकता है।

पथरी के लक्षण क्या है?

पथरी या किडनी स्टोन एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण सभी मरीज में दिखाई नहीं देते। बहुत से मामलों में ये भी देखा गया है कि प्रारंभिक अवस्था में पथरी के लक्षण आसानी से दिखाई नहीं देते। अगर सही समय पर इसके लक्षणों की जांच हो जाए तो इसे गंभीर और जानलेवा बीमारी बनने से रोका जा सकता है।

आइए जानें पथरी के लक्षण जो कि निम्नलिखित है :

  • पेशाब करते समय दर्द : पेशाब करते समय दर्द और जलन होना पथरी के लक्षण में सबसे आम लक्षण है। पथरी के कण इस दर्द और जलन के कारक होते हैं। पथरी की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को पेशाब के दौरान असहनीय पीड़ा का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पेशाब करते समय मूत्राशय में जलन भी होती है।
  • पेशाब करते समय जलन : पेशाब करते समय दर्द के अतिरिक्त जलन की भी शिकायत पथरी के मरीज को होती है। यह जलन दर्द के कारण उत्पन्न होती है। पथरी मूत्र प्रणाली में रुकावट पैदा करती है जिसके चलते दर्द और जलन की समस्या हो सकती है।
  • पेशाब का असामान्य रंग : अगर महिलाएं पथरी से पीड़ित हैं तो उनके पेशाब का रंग लाल, गुलाबी या भूरा हो सकता है। एक स्वस्थ महिला की किडनी से निकला मूत्र सफेद रंग का होता है लेकिन पथरी पेशाब में रुकावट करने लगता है जिस कारण उसका रंग परिवर्तित हो जाता है।
  • पेशाब से बदबू आना : जिस व्यक्ति को पथरी हो उसके मूत्र से एक तीव्र गंध आती है। एक ऐसी गंध जो नाक में जलन पैदा कर सकती है। मूत्र से दुर्गंध आना सामान्य बात है लेकिन किडनी स्टोन में एक अलग प्रकार की दुर्गंध का लक्षण देखने को मिलता है।
  • पेशाब से खून आना : पेशाब के साथ ब्लड आना भी पथरी के लक्षण में से एक है। पथरी के मरीज के मूत्र में रक्त आ जाता है क्योंकि पथरी के चलते मूत्राशय में चोट लग जाती है। परिणामस्वरूप रक्त का अत्यधिक रिसाव होने लगता है जो मूत्र के साथ बाहर निकल जाता है। पथरी के कारण मूत्राशय अर्थात पेशाब मार्ग  की क्षति पेशाब में रक्त के रिसाव का कारण बन जाती है।
  • पेशाब का रंग बदलना : पथरी के मरीज के पेशाब का रंग लाल, भूरा और गुलाबी हो जाता है। पेशाब का ये बदला हुआ रंग पथरी के लक्षण में सबसे प्रमुख लक्षण है। मरीज के मूत्र या पेशाब का रंग सामान्य और स्वस्थ व्यक्ति के मूत्र की तुलना में अलग होता है। स्वस्थ व्यक्ति का पेशाब सफ़ेद होता है लेकिन पथरी के कारण पेशाब का रंग लाल, भूरा और गुलाबी हो जाता है।
  • उलटी या मतली : उल्टी और उबकाई आना पथरी के लक्षण में से एक है। हीमोग्लोबिन की कमी के चलते पथरी के मरीज को बार-बार उल्टी होने लगती है। इसके अलावा उसे उबकाई भी लगती है। अनावश्यक कमजोरी के चलते ऊर्जा कम होने लगती है जिस कारण उल्टी और उबकाई होती है।
  • अनावश्यक थकान : कमजोरी, थकान और ऊर्जा की कमी इसके संकेत में शामिल है। किडनी का मुख्य कार्य फिलटर करना होता है लेकिन पथरी किडनी के कार्य में रुकावट पैदा करती है। परिणामस्वरूप शरीर में थकान बनी रहती है। हमेशा कमजोरी भी लगाने लगाती है।

महिलाओं में पथरी के लक्षण

पुरुषों के अलावा महिलाओं को भी पथरी होने का खतरा बना रहता है। चूंकि महिलाओं की शारीरिक संरचना पुरुषों से अलग होती है इसलिए महिलाओं में पथरी के लक्षण अलग होते हैं। इसमें कुछ लक्षण सामान्य है लेकिन कुछ लिंग विशेष है।

आइए जानें कि महिलाओं में पथरी के लक्षण जो कि निम्नलिखित है :

  • बार-बार पेशाब लगना : बार-बार पेशाब करने की अनुभूति फिर भी सामान्य से कम मात्रा में पेशाब आना महिलाओं में पथरी के लक्षण में सबसे प्रमुख लक्षण है। सामान्य रूप से किसी महिला को जितनी मात्रा में पेशाब आता उसकी तुलना में पथरी के रोगी को बहुत कम मात्रा में पेशाब आता है।
  • पेशाब करते समय दर्द : मूत्र त्याग के समय दर्द और जलन होना महिलाओं में पथरी के लक्षण में सबसे आम और प्रमुख लक्षण है। जो महिलाएं पथरी की बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें पेशाब करते समय असहनीय पीड़ा का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पेशाब करते समय मूत्राशय में जलन भी होती है। 
  • पेशाब का असामान्य रंग : अगर महिलाएं पथरी से पीड़ित हैं तो उनके पेशाब का रंग लाल, गुलाबी या भूरा हो सकता है। एक स्वस्थ महिला की किडनी से निकला मूत्र सफेद रंग का होता है लेकिन पथरी पेशाब में रुकावट करने लगता है जिस कारण उसका रंग परिवर्तित हो जाता है।
  • पेशाब से बदबू आना : मूत्र से दुर्गंध आना सामान्य बात है लेकिन जिस महिला को पथरी हो उसके मूत्र से एक तीव्र गंध आती है।
  • मूत्र मार्ग के निचले भाग में दर्द : अंग्रेजी में इसे पेल्विक पेन भी कहते हैं। यह महिलाओं के मूत्र मार्ग अर्थात मूत्राशय के निचले भाग में एक असहनीय पीड़ा होने लगती है। इस लक्षण को भ्रामक लक्षण भी कहते हैं क्योंकि यह दर्द महिलाओं के मासिक धर्म के दर्द की तरह होता है।
  • उल्टी और उबकाई : असहनीय पीड़ा, बार-बार पेशाब लगना और अनावश्यक कमजोरी के चलते शरीर से ऊर्जा कम होने लगती है जिस कारण उल्टी और उबकाई होने लगती है। पथरी से पीड़ित महिला को उल्टी और उबकाई इतनी अधिक होने लगती है की जठरांत्र की समस्या भी पैदा हो सकती है।

पथरी के कारण

कम पानी पीना, मोटापा और खाने में मिनरल की अधिकता के कारण पथरी होती है। अगर लोगों को किडनी के कारण की पूर्व जानकारी हो तो भविष्य में पथरी होने का खतरा कम किया जा सकता है।

आइए जानें पथरी के कारण जो कि निम्नलिखित हैं :

  • कम पानी पीने के कारण : आवश्यकता से कम पानी पीना के कारण पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल कम पानी पीने से शरीर में अम्ल और क्षार संतुलन ठीक नहीं रहता और पेशाब में नमक की सांद्रता भी बढ़ जाती है। कम पानी पीने की समस्या को निर्जलीकरण कहते हैं।
  • आहार में मिनरल की अधिकता : मिनरल्स जैसे कैल्शियम, यूरिक एसिड आदि की शरीर में बढ़ोत्तरी होने से पथरी होने का खतरा बना रहता है। खानपान में अगर मिनरल्स बहुत अधिक है अर्थात आवश्यकता से अधिक मिनरल वाली डाइट लेने से पथरी की समस्या पैदा हो सकती है।
  • मोटापे के कारण : अगर किसी व्यक्ति का वजन बहुत अधिक बढ़ गया है तो ऐसे में उसे पथरी हो सकती है। बढ़े हुए वजन को कितना कम करना है इसकी गणना बॉडी मॉस इंडेक्स से होती है। मोटापे से शरीर में अनेक प्रकार की बीमारियां पैदा हो सकती हैं।

पथरी के घरेलू उपाय

पथरी या किडनी स्टोन को ठीक करने के लिए कोई विशेष जड़ी बूटी की आवयश्कता नहीं है। अपितु कुछ घरेलू नुस्खों को प्रयोग में लाने से पथरी को ठीक किया जा सकता है। हालांकि इन घरेलू उपायों को प्रयोग में लाने से पूर्व डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

आइए जानें पथरी के घरेलू उपाय जो कि निम्नलिखित हैं :

  • हर दिन आठ गिलास पानी पियें : मरीज का पानी पीते रहना पथरी के घरेलू उपाय में सबसे अच्छा नुस्खा है। पथरी का रामबाण इलाज केवल एक है कि पानी पीते रहे। पानी नहीं पीना निर्जलीकरण के नाम से जाना जाता है। अगर शरीर में निर्जलीकरण होता है तो पथरी की समस्या होने के आसार अधिक रहते है। पानी पीने से निर्जलीकरण नहीं होता है और पेट साफ रहता है। चाहे कोई स्वस्थ व्यक्ति हो या पथरी का मरीज एक दिन में कम से कम आठ गिलास पानी पीना चाहिए। 
  • नींबू और जैतून तेल का मिश्रण : पथरी को काटने और शरीर से बाहर निकालने के लिए नींबू और जैतून तेल का मिश्रण बहुत कारगर होता है। नींबू पथरी को तोड़ने मैं मदद करता है और जैतून तेल  से शरीर के बाहर निकालता है।
  • सेब के सिरका का सेवन : पथरी बनने के कारण अम्ल और क्षार का संतुलन तथा इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बिगड़ जाता है। इसलिए सेब के सिरके का सेवन करना चाहिए क्योंकि यह सिट्रिक एसिड से भरपूर होता है। सिट्रिक एसिड पथरी को छोटे-छोटे टुकड़े में तोड़ देता है।
  • अनार का रस है लाभकारी : पोषक तत्व से भरपूर अनार शरीर को भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करता है जो पथरी को जड़ से समाप्त करने में सहायक होता है। अनार का रस पथरी के मरीज को एंटीऑक्सीडेंट तो देता ही है साथ ही निर्जलीकरण अर्थात पानी की कमी भी पूरा करता है।
  • मक्के का रेशम : आम जनमानस में भूसी के नाम से प्रचलित मक्के का रेशम पथरी का रामबाण इलाज है। अंग्रेजी में मक्के के रेशम को कॉर्न हेयर अथवा कॉर्न सिल्क कहते हैं। मक्के के बाल को पानी में उबाल लेने के पश्चात पानी को छान लें और उसका सेवन करने से तुरंत लाभ मिलेगा क्योंकि विशेष रूप से तैयार किया गया यह पानी पथरी के दर्द को कम करता है। इसके अतिरिक्त मक्के का रेशम मूत्र प्रणाली में पथरी बनने से रोकता है ताकि मूत्र प्रवाह की तीव्रता को बढ़ जाए।

निष्कर्ष

पथरी संसार की कुल जनसंख्या के केवल पांच प्रतिशत लोगों को ही प्रभावित करती है लेकिन किडनी स्टोन को गंभीर बीमारी की श्रेणी में रखा जाता है। लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि पथरी कैसे होती है और फलस्वरूप पथरी गंभीर समस्या का रूप ले लेती है। इसलिए पथरी को वैश्विक संकट के रूप में भी देखा जा रहा है।

पथरी का इलाज सामान्य और गंभीर अवस्था में लोगों की आर्थिक स्थिति के अनुरूप नहीं हो सकता। अगर आपके जान-पहचान में ऐसा कोई है जिसका पथरी का इलाज धन की कमी इलाज के कारण नहीं हो पा रहा है तो आपको घबराना नहीं है। घातक रोग पथरी को आपके जीवन से निकाल कर नई दिशा देने के लिए क्राउडफंडिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है। कैंपेन के माध्यम से आप अपनी आवश्यकता को उन लोगों तक पहुंचाते हैं जो बुरे समय में आपकी मदद कर सकते हैं।

हाल ही में पोस्ट किया गया

हमारे अंग्रेजी लेख देखें

;